परमार्थ निकेतन में आयोजित सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के दूसरे दिन आज केंद्रीय गृह मंत्री श्री सुशील कुमार शिंदे परमार्थ पहुंचे । वह नई दिल्ली से पहले जोलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे, जहा प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत ने उत्तराखंड सरकार की ओर से उनकी अगवानी की । वह मुख्यमंत्री के साथ राज्य सरकार के हेलीकाप्टर से वेद निकेतन स्थित हेलीपैड गए, जहाँ से उन्हें परमार्थ गंगातट पर बनाए गए विशाल उद्बोधन पैनल में ले जाया गया । इस अवसर पर गृहमंत्री श्री शुशील कुमार शिंदे ने कहा कि गंगा मेरे लिए पूज्य हैं और में गंगा पूजा के लिए नियमित रूप से आता हूँ । परमार्थ निकेतन के आग्रह पर ऋषिकेश आना दिन वर्षों से टलता रह है । आज मेरी इच्छा और मेरा संकल्प पूरा हुआ है । उन्होंने गंगहित में जरुरी सभी काम करने का आश्वासन भारत सरकार की ओर से दिया । श्री स्वामी चिदानंद सरस्वती को विश्व मानवता तथा गंगा व पर्यावरण का दूत तो बताया ही, साथ में यह भी कहा कि वह ‘एक्शन के दूत’ हैं और वह बातों में नहीं वरन एक्शन में विशवास रखते हैं ।ग्रेह मंत्री ने श्री स्वामी जी द्वारा अनेक वर्षों से गंगा एवं पर्यावरण तथा विश्व शान्ति के लिए किए जा रहे कामों की भी चर्चा की और उनके हर कार्य में भारत सरकार एवं उत्तराखंड सरकार के पुरे सहयोग का वचन दिया । उन्होंने ४८ देशों से आए ६०० लोगों की आज की संख्या को कई हजार तक पहुँचने की कामना भी की । दुनिया के पचास देशों से आए योग जिज्ञासुओं का भारत में अभिनन्दन करते हुए गृह मंत्री ने उनकी पूजा को ‘ग्लोबल पूजा’ बताया और विश्व शांति के लिए काम करने का उनसे आह्वान किया । परमार्थ योग महोत्सव में आए मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत ने कहा की गंगा जीवन के सन्देश के साथ-साथ शांति व सौहार्द्र का सन्देश देती हैं गंगा ने केवल सभी संस्कृतियों को जोड़ने का काम करती है बल्कि उनके अनुयायियों को भी जोड़ती है । श्री रावत ने योग आचार्यों, योग गुरुओं और योग प्रशिक्षणार्थियों से गंगा किनारे की जाने वाली प्रार्थना में उत्तराखंड की मजबूती के लिए भी प्रार्थना करने का आग्रह किया । पिछले दिनों गंगा की नाराजगी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि माँ क्रोध के सन्देश को समझना मानव के लिए बहुत जरुरी है । उत्तराखंड त्रासदी के बाद देवभूमि की सहायता की दिशा में भारत के प्रधानमंत्री सहित सपूर्ण भारत सरकार से मिले सहयोग का जिक्र करते हुए उन्होंने गृह मंत्री श्री शिंदे के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया । परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता एवं ग्लोबल इन्टरफेथ वाश एलायंस के सहसंस्थापक श्री स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज ने इस अवसर पर भारत भूमि को ‘पीस ऑफ़ लैण्ड’ की बजाए ‘लैण्ड ओ पीस’ की सज्ञा दी । उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेजी से हो रहे बदलाव के इस समय में प्रेम, शांति, सांप्रदायिक सकता एवं वैशिवक भाईचारे को बहुत जरुरी बताया । श्री स्वामी जी के आह्वान पर सभी योगगुरुओं, योगाचार्यों एवं योग प्रशिक्षणार्थियों ने ‘योगीज फॉर गंगा’ का उद्घोष किया और गंगा सहित विभिन्न नदियों एवं अपने-अपने देश की नदियों के लिए काम करने का आह्वान किया । उन्होंने दुनिया भर की धरती को हरीतिमा से भर देने की अपील भी की । अड़तालीस देशों से आए योग जिज्ञासुओं में से कई लोगों ने अपनी-अपनी अभिव्यक्तियाँ भी गृह मंत्री एवं मुख्यमंत्री के सम्मुख दीं । आज के व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्रों में योग की विभिन्न विधाओं की ट्रेनिंग दी गई । इटली के रोबर्टो मिलेटी द्वारा ओडाका वैरियर फ्लो एवं आसन व प्राणायाम, डेविड वाई (चाइना) द्वारा टाई सी गोंग व हठ योग के माध्यम से ह्रदय चक्र का खुलना, स्वामी योगानंद द्वारा सुक्ष्म योग तथा यूएसए की लौरा प्लम्ब द्वारा दीप योग का अभ्यास कराया गया । तत्पश्चात आसान की कक्षाएं शुरू हुई । जिनमें यूएसए कैलिर्फोनिया की गुरुमुख कौर खालसा द्वारा कुण्डलिनी योग, भारत भूषण द्वारा भारत योग व सूर्य ध्यान, श्री एच०एस० अरुण द्वारा आयंगार योग तथा योगी कैमरान द्वारा “The One Plan : Asana, Pranayam and Meditation Your Daily Spiritual Practical” विषय पर सम्भाषण आदि का अभ्यास कराया गया । योगी कैमरान मूलत: ईरान के हैं लेकिन केरलके वि० वासुदेव के शिष्य बन चुके हैं । उनके कार्यशाला से प्रतिभागियों को इस बात का लाभ मिलेग कि वे आसन, प्राणायाम, ध्यान एवं आयुर्वेद को अपनी प्रतिदिन की दिनचर्या में शामिल कर सकें ताकि शरीर, मन व आत्मा स्वस्थ व शक्तिशाली बन सकें । उन्होंने बताया कि कभी-कभार किये जाने बाले अभ्यास में काफी अंतर होता है । जागरूकता एवं संतोष की उच्च स्थिति प्राप्त करने के लिए नियमिल साधना एवं अनुशासित जिअं शैली की निहायत जरुरत होती है । उन्होंने वैदिक दृष्टिकोण के आधार पर योग व अध्यात्म पर प्रकाश डाला तत्पश्चात उपस्थित दर्शकों के प्रश्नों के जवाब भी दिए । केंद्रीय गृहमंत्री एवं मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की विशेष स्मारिका का विमोचन भी किया । इस मौके पर स्वामी शुकदेवनन्द ट्रस्ट के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी असणगानन्द सरस्वती, मध्य प्रदेश स्थित भानपुरा पीठ के शंकराचार्य स्वामी दिव्यानंद तीर्थ, हरिद्वार स्थित श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत रविन्द्र पूरी, दिगंबर अखाड़ा के सचिव महंत बलराम दास हठयोगी, जमैका के धर्मगुरु स्वामी मू-जी एंथोनी पॉल, वृन्दावन के संत स्वामी परमाद्वैती, योगिराज पद्मश्री भारत भूषण, साध्वी भगवती सरस्वती, स्वामिनी अदित्यानंदा, ऋषिकेश पालिकाध्यक्ष श्री दीप शर्मा, जिलाधिकारी पौड़ी श्री चंद्रेश कुमार यादव, एसपी श्री अजय जोशी, यमकेश्वर एसडीएस श्री पि०एस० राणा, सीओ श्रीनगर सी.  एल. तितयाल, ईओ स्वर्गाश्रम राजेश पुरी गोस्वामी, सभासद गजेन्द्र नागर, नारायण सिंह रावत, माधव अग्रवाल, भरत लाल, प्रबंधक राम आनन्द तिवारी आदि मौजूद थे ।

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