101 राष्ट्रों के योग प्रतिभागी, धर्मगुरु, सूफी संगीत के नायक कैलाश खेर
विश्वविख्यात आर्केस्ट्रा एवं ढोलवादक शिवमणि कर रहे स्वच्छता संकल्प में सहभाग
स्वच्छ भारत एवं स्वच्छ विश्व के समर्थन में सम्पन्न रैली
माँ गंगा के तट पर सारे विश्व के योगी एक उद्देश्य के लिए एकत्रित हुए है यह बदलाव का क्षण – स्वामी चिदानंद सरस्वती
ऋषिकेश, 6 मार्च । परमार्थ निकेतन ऋषिकेश, आयुष मंत्रालय – भारत सर्कार, उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड, एवं गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 29 वें वार्षिक विश्व विख्यात अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के छटवें दिन की कक्षाएं प्रातः 4 बजे से सायं 9:30 बजे तक संचालित हुई । योग महोत्सव में 101 देशों से आये योग प्रतिभागी सहभाग कर रहे है । इस महोत्सव में 70 अधिक पूज्य सांतों, विश्व विख्यात योगाचार्यों एवं योग विशेषज्ञों द्वारा योग विद्य के 150 विभिन्न आयामों का अभ्यास कराया जा रहा है ।
परमार्थ निकेतन में सम्पन्न योग महोत्सव में जहा एक ओर 101 देशों से आये विभिन्न रंग-रूप के लोगों के समूह देखने को मिले तो दूसरी ओर विभिन्न भाषाओँ की गूंज भी सुनने को मिली । पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में सूफी संगीत के नायक एवं विख्यात गायक कैलाश खेर, विश्व विख्यात आर्केस्ट्रा एवं ढोलवादक शिवमणि की उपस्थिति में ‘स्वच्छ भारत-स्वच्छ विश्व’ के प्रोत्साहन हेतु सभी योग प्रतिभागियों ने स्वच्छता का महासंकल्प लिया । यह कार्यक्रम उस कड़ी का अगला कदम था जिसमें माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में सम्मिलित योगियों को संबोधित करते हुए स्वच्छ भारत मिशन के पक्ष में सभी को एक कदम आगे चलने की बात कहीं थी ।
परमार्थ निकेतन में सम्पन्न योग महोत्सव में जहा एक ओर 101 देशों से आये विभिन्न रंग-रूप के लोगों के समूह देखने को मिले तो दूसरी ओर विभिन्न भाषाओँ की गूंज भी सुनने को मिली । पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में सूफी संगीत के नायक एवं विख्यात गायक कैलाश खेर, विश्व विख्यात आर्केस्ट्रा एवं ढोलवादक शिवमणि की उपस्थिति में ‘स्वच्छ भारत-स्वच्छ विश्व’ के प्रोत्साहन हेतु सभी योग प्रतिभागियों ने स्वच्छता का महासंकल्प लिया । यह कार्यक्रम उस कड़ी का अगला कदम था जिसमें माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में सम्मिलित योगियों को संबोधित करते हुए स्वच्छ भारत मिशन के पक्ष में सभी को एक कदम आगे चलने की बात कहीं थी ।
पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज के मार्गदर्शन में सम्पन्न योग महोत्सव में 101 देशों के योग प्रतिभागी सहभाग कर रहे हैं । यहाँ पर योग प्रतिभागी 70 से अधिक संख्या में आये पूज्य संतों, योगाचार्य, योग प्रशिक्षकों एवं योग विशेषज्ञों के सानिध्य में एक सप्ताह तक निरंतर योग के 150 विभिन्न प्रारूपों का अभ्यास कर रहे हैं ।
विश्व विख्यात आर्केस्ट्रा एवं ढोलवादक शिवमणि, संगीत के नायक एवं सूफी गायक कैलाश खेर, परम पूज्य धर्म गुरुओं एवं वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फाउंडेशन के प्रतिनिधियों के अतिरिक्तवहां पर उपस्थित 1000 लोगों ने कैलाश खेर के स्वच्छ भारत गान के साथ अपने हाथ उठाकर संकल्प लिया कि स्वच्छ विश्व के निर्माण हेतु भारत की स्वच्छता मिशन की प्रेरणा अपने मूल देश ले जायेगा ।
अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया से आये प्रतिभागी केसी लूबर एवं मॉरिस इन्ग्रेसि ने कहा, ‘पिछले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में भारत के प्रधानमंत्री द्वारा दिए प्रेरणादायक संबोधन से हमें योग एवं स्वच्छता के प्रति प्रेरणा प्राप्त हुई । स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत के लिए उनके उद्भूत नेतृत्व की क्षमता के लिए विश्व से आये हम सभी लोग उन्हें धन्यवाद प्रेषित करते हैं ।’
पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा, ‘आज माँ गंगा तट पर सारा विश्व एक उद्देश्य के लिए एकत्रित हुआ है । कल से 101 देशों से आये लोग अपने साथ; अपने ह्रदय में स्वच्छता का सन्देश संजोकर ले जायेंगे ताकि अपने घरों, गावों, राष्ट्रों में इसका प्रसार कर सकें । इससे बहुत बड़ा बदलाव आएगा । स्वच्छ विश्व की संकल्पना साकार होगी ।’
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की निदेशिका साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा, ‘स्वच्छ भारत के लिए अपने कुशल नेतृत्व द्वारा माननीय नरेंद्र मोदी जी ने केवल भारत को ही नहीं बल्कि पुरे विश्व को प्रेरित किया है । आज इस मुहिम की प्रतिक्रिया स्वरूप अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में पुरे विश्व से आये लोगों ने स्वच्छ विश्व की संकल्पना को साकार करने के लिए सहमत हुए । आज सारा विश्व योग के माध्यम से वाटर, सैनिटीशन एवं हाइजीन की समस्या पर चिंतन करना शुरू कर दिया ।
कार्यक्रम के पश्चात् सभी प्रतिभागी वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी में सम्मिलित हुए जिसमें दुनिया के विभिन्न नदियों से लाये गए जल को ग्लोब मानचित्र में अर्पित किया गया ताकि स्वच्छ, अविरल एवं सतत जल की धरा को संरक्षित किया जा सके ।
6 वें दिन की अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की गतिविधियां
आज की शुरुआत सुखमंदिर सिंह खालसा द्वारा प्रातः 4 बजे कुंडलिनी साधना के अभ्यास के साथ हुई । कनाडा की ग्लोरिया लैथम ने ‘द वाइस आफ शोल’ विषय पर दक्षिण अफ्रीका की योगाचार्य भावनी कलां ने ‘आई फ्लो’ एवं चंद्रनमस्कार, योगाचार्य नंदिनी त्रिपाठी ने ‘सुक्ष्म व्यायाम’, अमेरिका की योगाचार्य एरिक कॉफमैन ने लीला योग एवं योगाचार्य भारत भूषण ने भारत योग का अभ्यास कराया ।
सूर्यादय के पश्चात् के योग सत्र में माँ गंगा के तट पर हवाई दिप अमेरिका की अनंदर जॉर्ज ने मन्त्रों का वाचन कराया । अल्पाहार के पश्चात् जूल्स फेबर द्वारा जीवनमुक्ति योग, का अभय कराया गया । जूल्स फेबर साड़ी दुनिया में जीवनमुक्ति योग, हिप-हिप आसान अदि की कक्षाओं सम्पन्न कराते हैं । वे 300 घंटो की जीवनमुक्ति योग शिक्षत प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाते है तथा 800 घंटों की जीवनमुक्ति अप्रेंटिस कार्यक्रम को सहयोग प्रदान करते हैं ।
भारत की दीपिका मेहता ने अष्ठांग योग, कैलिफोर्निया की क्रिस्तान ओल्सन ने ‘रैप आप का रहस्य’ विषय पर कक्षा सम्पादित की ।
अन्य कक्षाओं में वैन्गलोर से आये एच एस अरुण द्वारा अयंगर योग, आयरलैंड के ब्रियन इंग्ले द्वारा सोमेटिक योग फ्लो, कैलिफ़ोर्निया की किया मिलर द्वारा कुंडलिनी योग की कक्षाएं सम्पन्न की गयीं ।
पूज्य श्री मुजी द्वारा सत्संग की कक्षा सम्पन्न की गयी । पूज्य मुजी से प्रतिभागीयों ने सीधे संवाद किया और अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया ।
दोपहर की कक्षाओं में विश्व विख्यात वैज्ञानिक ब्रूस लिप्टन द्वारा ‘धरती पर ईश्वर के अवतरण का विज्ञानं’ योगाचार्य मोहन भंडारी द्वारा ‘योगी योग फॉर बैक पैन’ युवा डालन द्वारा युवा योग, आस्ट्रेलिया के योगाचार्य मार्क रॉबर्ट्स द्वारा ‘मोडिफिकेशन फॉर आल’ विषय पर अष्ठांग योग एवं साध्वी भगवती सरस्वती जी द्वारा गंगा ‘गंगा फ्लो मैडिटेशन आन लेटिंग गो’ विषय पर कक्षाएं सम्पन्न की गयी ।
आज के संध्याकालीन विशेष सत्र में परमार्थ निकेतन के पूर्व ऋषिकुमार कैलाश खेर जो विश्व प्रसिद्ध गायक है ने परमार्थ गंगा तट पर संगीत संध्या का कार्यक्रम प्रस्तुत किया । इस अवसर पर पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी ने कहा कि हमें पद्मश्री कैलाश खेर पर नाज है । वे अपनी मधुर आवाज के द्वारा दुनिया की दरिया दिली का प्रसार कर रहे है । उनके अपने ही घर में उनका स्वागत करना कितना सुखद है ।
योगाचार्यो के विचार
कैलिफ़ोर्निया अमेरिका के योग शिक्षक टौमी रोजेन ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव ने पुनः सिद्ध कर दिया है कि प्रेम एवं बंधन धरती पर सबसे बेहतर औषधि है ।’
अमेरिका की क्रिस्तान ओल्सन ने कहा, ‘गंगा से प्राप्त प्रेरणा के पश्चात् हमें सामूहिक रूप से प्रार्थना का प्रवर्तक होना चाहिए ।’
अमेरिका की एरिन ने कहा, ‘पिछले वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में आना मेरे लिए सार्थक सिद्ध हुआ । विकसित मानसिकताके ऐसे लोगों से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ था जो ताउम्र मेरे मित्र रहेंगे ।
इस्रायल की गालिया ने कहा, ‘परमार्थ निकेतन से मेरा आध्यात्मिक सम्बन्ध है । यही कारण है कि मैं यहाँ आयी हूँ ।
बेल्जियम के माइकल ने कहा, ‘परमार्थ निकेतन आने का अर्थ है अपने परिवार में आना यहाँ पर आसान, ध्यान, विज्ञान एवं अध्यात्म के माध्यम से भौतिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक ससंबंधों को स्थापित करना बड़ा उद्भूत है ।